कोविड-19 का नया वैरियंट दुनियाभर में हड़कंप मचा रहा है. लिहाजा हाल ही में साउथ अफ्रीका से आए 94 लोगों की कोविड जांच की गई है. इसमें से दो लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि उनमें कौन सा वैरिएंट है, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है. इसका जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए पता लगाया जाएगा.
दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक आए सभी लोगों की कोरोना की जांच की गई थी. इसमें जिन दो लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है, उनके सैंपल लैब में भेज दिए गए हैं, ताकि उनमें कोविड का कौन सा वैरिएंट है इसका पता लगाया जा सके. बता दें कि कोरोना के इस नए खतरे को लेकर पूरे विश्व में अफरातफरी मची हुई है.
दक्षिण अफ्रीका से लौटे दो लोगों में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद स्वास्थ्य सचिव टीके अनिल कुमार ने कहा कि हमने सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया तेज कर दी है. दोनों सैंपल डेल्टा हैं न कि ओमीक्रॉन. दोनों की सीक्वेंसिंग बेंगलुरु की लैब में ही की गई है. दोनों संक्रमित इसी महीने दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं.
कोविड के नए वैरिएंट के खतरे की आशंका के चलते कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में शनिवार को बैठक हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना की टेस्टिंग तेज की जाएगी. उन्हीं लोगों को शहर में प्रवेश की अनुमति होगी जो जांच में निगेटिव पाए जाएंगे.
वहीं मंत्री आर अशोक ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से 1000 से ज्यादा लोग आए हैं. उन सभी की कोरोना की जांच की गई है. इसके अलावा जो लोग बेंगलुरु या किसी दूसरे जिले में आए हैं, उनका 10 दिन बाद एक और टेस्ट किया जाएगा.
कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए कर्नाटक की सरकार हरकत में आ गई है. लिहाजा बैंगलुरु में मंत्री आर अशोक ने सीमावर्ती जिले में टेस्टिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं. सभी स्कूल-कॉलेजों को गाइडलाइंस का पालन करने के लिए कहा है. साथ ही सांस्कृतिक उत्सव जैसे कार्यक्रमों पर अस्थाई रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर टेस्टिंग तेज की जाएगी. साथ ही केंद्र सरकार से बूस्टर डोज का अनुरोध किया है.
कर्नाटक 94 लोगों में दो लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. लिहाजा सरकार की ओर से कहा गया है कि शादियों में मास्क लगाना जरूरी है. इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाया जाएगा. मंत्री आर अशोक ने कहा कि कर्नाटक में अभी तक ओमाइक्रोन वैरिएंट नहीं मिला है. अगर कोविड संक्रमण बढ़ता है तो हम कुछ मामलों सख्ती बरती जाएगी. लेकिन यह हालात पर निर्भर करेगा. केरल और महाराष्ट्र से लौटने वालों के लिए आरटीपीसीआर (RT-PCR) की जांच कराना अनिवार्य की गई है.